आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन के क्षेत्र में 2025 में महत्वपूर्ण प्रगति देखी जा रही है, AI and Automation in India, जो विभिन्न उद्योगों और समाज के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर रही है।

एजेंटिक AI का उदय: 2025 में, पारंपरिक चैटबॉट्स और इमेज जेनरेटर से आगे बढ़ते हुए, ‘एजेंटिक’ सिस्टम विकसित हो रहे हैं जो स्वायत्त रूप से जटिल कार्यों को पूरा करने में सक्षम हैं। ये एजेंट्स नियुक्तियों की समय-सारणी बनाने से लेकर सॉफ्टवेयर लिखने तक के कार्य कर सकते हैं, हालांकि उनकी विश्वसनीयता और सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता बनी हुई है।

मल्टीमॉडल AI सिस्टम्स: AI मॉडल अब टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो जैसे विभिन्न माध्यमों से जानकारी उत्पन्न करने में सक्षम हो रहे हैं। यह प्रगति उपयोगकर्ताओं को अधिक समृद्ध और इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान करती है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में AI की उपयोगिता बढ़ रही है।

AI और साइबर सुरक्षा: AI का उपयोग साइबर सुरक्षा में बढ़ रहा है, जिससे खतरों की तेजी से पहचान और प्रतिक्रिया संभव हो रही है। हालांकि, AI-संचालित साइबर अपराधों की संभावना भी बढ़ रही है, जिससे सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है।

AI का शिक्षा में एकीकरण: शिक्षा क्षेत्र में, AI व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि नई तकनीकों का प्रभाव स्थायी होने के लिए उन्हें सावधानीपूर्वक और विचारशील तरीके से लागू करना आवश्यक है।

नियमों और विनियमों का विकास: AI की तेजी से बढ़ती उपस्थिति के साथ, विभिन्न सरकारें इसके उपयोग को नियंत्रित करने के लिए नए नियम और विनियम विकसित कर रही हैं। यूरोपीय संघ का AI अधिनियम इस दिशा में एक प्रमुख कदम है, जबकि अन्य देश भी अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।

इन प्रगतियों के बावजूद, AI और ऑटोमेशन के क्षेत्र में चुनौतियाँ बनी हुई हैं, जिनमें नैतिकता, गोपनीयता और रोजगार पर प्रभाव जैसे मुद्दे शामिल हैं। AI and Automation in India  इनका समाधान करने के लिए सतत संवाद और विचार-विमर्श आवश्यक है।

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